कभी पहली बार स्कूल जाने में डर लगता था

और आज हर रास्ता खुद ही चुनते हैं,

कभी घरवालों कि हर बात सच्ची लगती थी,

और आज उनसे ही झूठ हम बोलते हैं !

कभी छोटी सी चोट कितना रुलाती थी 

और आज दिल टूटे फिर भी संभल जाते हैं, 

पहले दोस्त बस साथ खेलते तक याद रहते थे 

और आज दोस्त जान से ज्यादा प्यारे लगते हैं !

इस जिंदगी में टेंसन ही टेंसन है 

फिर भी लबों पे मुस्कान है क्योंकि, 

जीना जब हर हाल में है तो 

मुस्कुराकर जीने में क्या नुकसान है !